How to Give Short Speech on Global Warming in Hindi
Speech on Global Warming in Hindi | ग्लोबल वार्मिंग पर भाषण
Short & Long Speech on Global Warming in Hindi (PDF): ग्लोबल वार्मिंग आज के समय में ग्रीनहाउस गैसों के उत्पादन के कारण पृथ्वी के तापमान में वृद्धि है। इससे कारण पृथ्वी पर विनाशकारी प्रभाव पड़ रहा है। जिनमे तापमान में वृद्धि, ध्रुवीय बर्फ का पिघलना और जल स्तर का बढ़ना शामिल है। इन सबका कारण एक मात्र मनुष्य ही है। यह एक चिंताजनक समस्या है जिस पर ध्यान देने की जरुरत है, अन्यथा इसके भविष्य में विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा। हमने नीचे दिए गए छोटे और बड़े भाषण में, ग्लोबल वार्मिंग में योगदान और प्रभावों का उल्लेख किया है, ताकि इन समस्याओं के प्रभावों को कैसे दूर या कम कर सकते हैं, तो आइये जानते है छोटे और बड़े (Speech on Global Warming in Hindi) ग्लोबल वार्मिंग पर भाषण 1, 2, 3, 4, 5 मिनट्स कैसे दे।
Short Speech on Global Warming in Hindi (200 Words)
यहां उपस्थित सभी लोगों को नमस्कार। मेरा नाम राकेश है और मैं 5वी कक्षा का छात्र हूँ।
आज, मैं ग्लोबल वार्मिंग पर जागरूकता लाने और एक संक्षिप्त भाषण देने के लिए यहां उपस्थित हूं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, दिन प्रतिदिन ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हो रही है। एक अध्ययन के अनुसार हर साल औसत तापमान 1.5 डिग्री बढ़ रहा है।
वैज्ञानिको के मुताबिक लंबे समय से यह देखा जा रहा है कि पृथ्वी का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इसका असर मनुष्यों, वन्य जीवन, जानवरों और पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव पर पड़ रहा है।
दिन प्रतिदिन ग्लेशियर पिघल रहे हैं और कई देशों में पानी की कमी, बाढ़, कटाव देखा जा रहा है और इन सभी का कारण ग्लोबल वार्मिंग है। इसके लिए इंसानों के अलावा किसी और को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
क्यूंकि परिवहन और वनों की कटाई, बिजली संयंत्रों से निकलने वाली गैसों जैसी मानवीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप पृथ्वी के वायुमंडल में सीएफसी, कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रदूषकों जैसी गैसों में वृद्धि हुई है।
आज मुख्य प्रश्न यह है कि हम इस स्थिति को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं और कैसे आने वाले पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं।
इसकी शुरुआत हम स्वयं कर सकते है। जैसे उच्च-वाट रोशनी का उपयोग करने के बजाय ऊर्जा-कुशल बल्बों का उपयोग करें, इस्तेमाल न होने पर बिजली बंद करें, पानी बर्बाद न करें, जयादा से ज्यादा पेड़ लगाए और वनों की कटाई को समाप्त करें। जीवाश्म ईंधन से पवन और सौर ऊर्जा में स्थानांतरित करें।
अच्छा होगा कि हम सभी ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जागरूकता फैलाएँ। प्रकृति की देखभाल करने और ग्लोबल वार्मिंग के बारे में उचित कदम उठाने की प्रतिज्ञा करें।
धन्यवाद!
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Long Speech on Global Warming in Hindi (500 Words)
सभी को सुप्रभात,
आज मैं कमल यादव ग्लोबल वार्मिंग के चिंताजनक मुद्दे पर अपने विचार साझा करने के लिए आप लोगो के सामने उपस्थित हुआ हूँ।
आइए सबसे पहले यह समझें कि ग्लोबल वार्मिंग क्या है, और इसके कारण पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो पर क्या प्रभाव पड़ता है।
ग्लोबल वार्मिंग मूल रूप से मानवीय गतिविधियों या आविष्कारों के कारण पृथ्वी के वायुमंडल में छोड़ी गई ग्रीनहाउस गैसों के कारण वैश्विक तापमान में वृद्धि है। इन ग्रीनहाउस गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड, जल वाष्प, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड,और क्लोरोफ्लोरोकार्बन शामिल हैं।
इन गैसों कि उत्पत्ति मानवीय गतिविधियाँ के कारण होती है जैसे बिजली पैदा करने के लिए जीवाश्म ईंधन जलाना जो कार्बन प्रदूषण का प्रमुख कारण है और कोयला उद्योग जिससे ऊर्जा का निर्माण होता है, ऐसी हानिकारक गैसों को छोड़ने में बहुत बड़ा योगदान देते हैं।
इसलिए जब इनके धुए और गैस को वायुमंडल में छोड़ा जाता है, तो वे सौर विकिरण को अवशोषित कर लेते हैं जो सदियों तक वायुमंडल में उपस्तिथ रहते हैं और वैश्विक तापमान बढ़ाते हैं, जिसे ग्रीनहाउस गैस कहा जाता है।
ग्लोबल वार्मिंग प्रभाव के कारण उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर बर्फ पिघल रहे, महासागर में जल स्तर बढ़ रहे हैं, हवा प्रदूषित हो रही है, और तूफान, हीटवेव, जंगल की आग, सूखा, तूफान, और बाढ़ जैसे जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं।
ये स्थितियाँ पृथ्वी को ख़राब कर रही हैं और आने वाले वर्षों में ख़तरा अधिक बढ़ेगा जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी ग्रह का संतुलन बनाये रखना कठिन हो जाएगा।
हमें सरकार के साथ मिलकर ग्लोबल वार्मिंग प्रभाव को कम करने के लिए उचित कदम उठाना चाहिए। हमें यह ध्यान देना होगा कि ग्लोबल वार्मिंग के सभी कारण पर्यावरण प्रदूषण के कारण हैं, इसलिए उन्हें नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाना होगा जो अनिवार्य रूप से ग्लोबल वार्मिंग पर अंकुश लगाने को प्रभावित करेगा।
प्रदूषण को सभी जगह से नियंत्रित करना होगा, मुख्य रूप से वायु प्रदूषण को, इसलिए हमे ऊर्जा-कुशल उपकरणों का उपयोग शुरू करना पड़ेगा और ईंधन-कुशल वाहन को प्रोत्साहित कर सकते है जो वायुमंडल में गैसों के हानिकारक उत्सर्जन को काफी हद तक कम कर देगा।
हम दैनिक कार्यो के लिए बिजली का कम उपयोग करके अपना योगदान दे सकते हैं, इलेक्ट्रिक कारों को चलन में लाए। दूसरा तरीका हमारे घरों को नवीकरणीय ऊर्जा से बिजली देना और हमारी बिजली की खपत और बिल को कम करना है।
आप ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव के बारे में अपने निकट और प्रियजनों तक फैलाकर आज प्रभावी ढंग से ऐसा करना शुरू कर सकते हैं, इस प्रकार हम अपने ग्रह को संरक्षित करने में मदद कर सकते हैं।
धन्यवाद।
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