निबंध

Ways To Promote Tourism In India Essay In Hindi

Ways To Promote Tourism In India Essay In Hindi

Ways To Promote Tourism In India Essay In Hindi | भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के तरीके पर निबंध | पर्यटन किसी भी देश के अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय में कई ऐसे देश है जिनकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर करती है। किसी भी देश को या स्थान को पर्यटन में बढ़ोतरी करना बहुत की आवश्यक होता है। क्यूंकि विदेशी पर्यटन के किसी देश में जाने से उस देश की मुद्रा में वृद्धि होती है।

इस में वृद्धि करने का काम केवल किसी देश की सरकार ही कर सकती है क्यूंकि सरकार ही अपने देश की पर्यटन नीतियाँ बनती है। क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में कुर्सी पर चर्चा करना हमेशा किसी भी सरकार के लिए आसान होता है।

इसके बावजूद, यहां कुछ चीजें हैं जो हम पर्यटन के बढ़ावा में सुझाना देना पसंद करेंगे, क्योंकि हम नीतियाँ नहीं बना सकते पर पर्टयन में बढ़ोतरी से भारत अपनी पर्यटन संपदा से बहुत पैसा कमा सकता है। हमे उन अवसरों को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए जिनसे किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का नुकसान हो।

इतिहासिक भवनों की आउटसोर्सींग

भारत में कई ऐसे विरासत है जैसे किला, पार्क, इतिहासिक भूमियाँ, जिनको बढ़ावा देकर पर्यटन को आकर्षित किया जा सकता है।  हिंदुस्तान के पर्यटन के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक इसकी वास्तुकला और ऐतिहासिक स्मारकों की संपत्ति है। भारत में विरासत स्मारकों की एक लंबी सूची है जो अभी भी खराब स्थिति में है।

इसका समाधान यह है की इन खराब और जर्जर इतिहासिक स्मारकों को किसी कंपनी या संसथान को रख रखाव के लिए आउटसोर्सिंग कर देना चाहिए ताकि इनकी समय समय पर मरमत की जा सके।

कई लोग सोचते हैं कि यह एक बेकार व्यावसायीकरण है। लेकिन आउटसोर्सिंग से इन बेकार विरासत की मरमत कर के पर्यटन में बढ़ोतरी की जा सकती है यह किसी विरासत को बेकार होने से अच्छा विकल्प है।

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दर्शनीय स्थल को यादगार बनाना

यदि पर्यटक किसी स्थान पर जाता है तो वो अपने साथ वहा की यादे साथ ले जाए। विश्व के कई पर्यटन स्थल केवल अनुभवों से बने हैं। जहा पर पर्यटक एक बार नहीं बल्कि बार बार जाना पसंद करते है। जैसे वनस्पति उद्यान हों, स्थापत्य स्मारक हों, बैकवाटर हों, हिमालय हों।

पर्यटन मंत्रालय को किसी स्थान की प्राकृतिक सुंदरता को और अधिक बढ़ाने का विकल्प होना चाहिए। किसी भी पर्यटन स्थल को अधिक विकसित करने की जरुरत है और सुविधाओं से पूर्ण होनी चाहिए।

किसी भी स्थान को यादगार तभी बनाया जा सकता है जब उस स्थान की बुनियादी जानकारी पर्यटक को दी जाये। उदाहरण के लिए, पर्यटक  को टूर गाइड उपलब्ध होना, बच्चों के लिए गतिविधियों वाला कार्यक्रम, इस तरह की सुविधा और संस्कृति के साथ बातचीत आदि से परिपूर्ण बनाने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।

अच्छी सड़के और परिवहन की सुविधा

आप को अगर अपने गंतव्य स्थान पर जाना हो तो, मुमकिन है की आप एक बेहतर विकल्प चुनेगे न की बखराब। किसी भी पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए वहा की पहुंच को आसान बनाया जाना बहुत ही आवश्यक है। इसलिए एक निश्चित पर्यटन स्थल के लिए अच्छी सड़कों और पहुंच बिंदुओं का निर्माण करना महत्वपूर्ण है।

घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए समान रूप से किसी भी स्थान पर जाना सुविधाजनक होना चाहिए। बेहतर होगा की पर्यटन मंत्रालय को इस विषय पर ध्यान देना आवश्यक है ताकि पर्यटक बार बार जाए।

परिवहन व्यवस्था की बात करे तो, इसमें कई तरह की सुविधा होनी चाहिए। जैसे पैकेज्ड ट्रेन यात्रा, आसान बस कनेक्शन और जानकार कर्मियों के साथ सुरक्षित कार किराए पर लेने की सेवाएं प्रदान की जा सकती है। यह तरिके एक महत्वपूर्ण पर्यटक अनुभव के लिए विशेषताएं हैं।

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ऑनलाइन और मार्केटिंग रणनीतिया

हम भारतीय अपनी गर्मियों की छुट्टिया विदेशो में बिताना पसंद करते है क्यूंकि विदेशो में हमे बहुत से सुविधा मिलती है। हम विदेशो के कुछ ऐसी विशेष नीतियाँ अपना सकते है जो हम भारतीयों और विदेशियों को भी भारतीय पर्यटन के लिए मजबूर करदे।

आज भी लोग भारत को गाँव और सांपो का देश समझते है जहा आना सभी को पसंद नहीं है लेकिन भारतीय पर्यटन मंत्रालय को निश्चित रूप से भारत को एक विशेष स्थान के रूप में बढ़ावा देने के लिए आक्रामक ऑनलाइन और अन्य मार्केटिंग रणनीतियों को अपनाने की जरुरत है।

मार्केटिंग रणनीति कई तरह की हो सकती है चाहे वह विदेशों में ‘अतुल्य भारत’ अभियान प्रसारित करना हो, या फिर कोई पर्यटन सेमिनार आयोजित करना हो। ऑनलाइन और मार्केटिंग रणनीतिया को अच्छी तरह से देखा और परखा जाना बहुत ही आवश्यक है।

प्रत्येक राज्य का प्रचार

भारत के सभी राज्य प्रकृति से परिपूर्ण है। सभी राज्यों में जंगल, पहाड़िया, नदी, नाले प्रकृति के तरफ से एक उपहार के रूप में उपलब्ध है। जरुरत है की उन सभी प्रकृति स्थलों का पर्यटन स्थल में रूप में उपयोग करना और पर्यटक को बुलाने के लिए आकर्षित करना।

सभी राज्यों को चाहिए की सभी प्राकृतिक और ऐतिहासिक इमारतों का प्रचार करे, ताकि भारत में ही नहीं विदेशो में भी इसकी जानकारी उपलब्ध हो। इसके लिए प्रत्येक राज्य को अपने मंत्रालय से एक विशेष आर्थिक सहायता देने की जरुरत है ताकि इन स्थलों को और अधिक आकर्षक बनाया जा सके।

प्रत्येक राज्य की एक विशेषता होती है जिससे जानने के लिए लोग मिलो सफर करते है और कुछ ऐसे पकवान होते है जो सिर्फ एक विशेष राज्य में ही बनते है।  ऐसे विशेषता का प्रचार करना बहुत ही आवश्यक है

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निष्कर्ष

पर्यटन को एक व्यवसाय के रूप के विकसित करके देश की अर्थवयवस्था में वृद्धि किया जा सकता है। इससे न केवल देश की प्रकृति और संस्कृति का प्रचार होता है बल्कि देश विदेश में नाम कमाया जा सकता है। इस विषय पर पर्यटन मंत्रालय को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। और प्राकृतिक और ऐतिहासिक इमारतों पर समय समय पर मरम्मत और ध्यान देना चाहिए।

FAQs. Ways To Promote Tourism In India Essay In Hindi

पर्यटन के 4 प्रकार कौन से हैं?

उत्तर – इसका कोई पैमाना नहीं है की पर्यटन कैसा हो यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है। वैसे पर्यटन के चार प्रमुख प्रकार हैं।

  • लंबी दूरी का पर्यटन,
  • अंतरराष्ट्रीय पर्यटन,
  • घरेलू पर्यटन,
  • कम दूरी का पर्यटन।
पर्यटन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर – पर्यटन अर्थव्यवस्था देश की राजस्व को बढ़ाता है।  यह व्यवसाय नौकरियां पैदा करता है किसी भी देश के बुनियादी ढांचे को विकसित करता है।  इससे विदेशियों और देशी गरिकों के बीच परस्पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भावना पैदा करता है। कई क्षेत्रो में विशेष पर्यटक गाइड की जरुरत होती है।

पर्यटन के क्या लाभ हैं?

उत्तर – पर्यटन के कई लाभ होते है जो सिर्फ इसी तक सिमित नहीं है। बल्कि कई अवसर प्रदान करते है जैसे –

  • व्यापक पैमाने पर उद्योग के राजस्व को बढ़ावा देना।
  • देश की बेहतर ब्रांड छवि।
  • आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि और बढ़ावा।
  • रोजगार सृजन का स्रोत।
  • बुनियादी ढांचे का विकास।

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