स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi 500 Words | PDF
Essay on Independence Day in Hindi
Essay on Independence Day in Hindi 500 + Words (Download PDF) कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए –15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से भारत देश के आज़ाद होने और इस पावन पर्व पर देश तथा विदेश में कार्यक्रम पर प्रकाश डालेंगे। देश की आज़ादी को किस तरह से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून व बलिदान से प्राप्त किया। तो आइये शुरू करते है- Essay on Independence Day in Hindi –
भूमिका
पशु – पक्षी आदि प्राणी भी स्वाभाविक रूप से सदैव स्वतंत्र रहकर जीवन यापन करना चाहते हैं। मनुष्य तो फिर भी सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। वह दूसरों के अधीन रहकर जीवन यापन नहीं कर सकता है। गुलामी के बाद जब किसी को भी स्वतंत्रता मिलती है तो उसके आनंद व हर्ष की कोई सीमा नहीं होती है। सैकड़ों वर्ष गुलाम रहने के बाद 15 अगस्त, 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ है, उस समय यहां की जनता, नर-नारी, बालक, वृद्ध सभी हर्ष-विभोर हो उठे। तभी से प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
स्वतंत्रता आंदोलन
प्रारम्भ से ही समय-समय पर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष होते रहे, लेकिन वे प्रयास सफल नहीं हो पाये। 1857 ईसवी में हुए आंदोलन को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है। इसमें महारानी लक्ष्मीबाई, नाना साहब, तात्या टोपे, बहादुर शाह जफर, मंगल पांडे, आदि का त्याग व बलिदान उल्लेखनीय हैं।
उसके बाद 1885 ईसवी में भारतीय राष्ट्र कांग्रेस की स्थापना की गई। इस संगठन के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति तक निरंतर संघर्ष चलता रहा। इसमें अनेक भारतीय सपूतों के त्याग, तपस्या और बलिदान की अमर कथाएं जुड़ी हैं।
इस देश को स्वतंत्र कराने के लिए जहां एक और महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसात्मक शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था। वहीं दूसरी ओर वीर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आत्म बलिदान द्वारा क्रांति का संचालन कर रहे थे। जिसमें भारत माता की अनेक सपूत शहीद हुए। उक्त दोनों नरम दल और गरम दल के अथक प्रयासों से ही हमें सैकड़ों वर्षो के बाद स्वतंत्रता मिली।
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स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना संदेश देश के नाम प्रसारित करते हैं, जो मीडिया के माध्यम से प्रसारित होता है। अपने संदेश में, वह सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते है। जनता अपने राष्ट्रपति के संदेश को बहुत ध्यान से सुनती है।
राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस मनाने की परम्परा
भारत सरकार इस पावन पर्व को हर साल देश की राजधानी दिल्ली में बड़े उत्साह के साथ मनाती है। इसकी तैयारी राष्ट्रीय स्तर पर कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को सुबह करीब 7:00 बजे दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
भेदी तोपों की गूंज के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत के बाद देश को संदेश देते हैं. जिसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी केंद्रों द्वारा किया जाता है। अपने संदेश में, प्रधान मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को बताते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और नीतियों पर प्रकाश डालते है।
दिल्ली के विद्यालयों में
चूंकि यह त्योहार 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इसी वजह से दिल्ली के स्कूल में 1 दिन पहले यानी 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के शुभ दिन को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस उत्सव में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं।
सबसे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य राष्ट्रगान के साथ झंडा फहराते हैं। फिर छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। कई छात्र देशभक्ति के गीत गाते हैं। अनेक व्याख्या देते हैं और अनेक भिन्न-भिन्न प्रकार के नाटक प्रस्तुत करते हैं। फिर एक खेल आयोजन होता है। अंत में राष्ट्रगान के साथ पुरस्कार वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया जाता है।
देश और विदेश में
देश की प्रांतीय राजधानियों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ध्वजारोहण के साथ इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हैं. ध्वजारोहण सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के प्रमुखों द्वारा किया जाता है। विदेशों में भी यह पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रत्येक देश में भारत के दूतावासों में झंडा फहराने के साथ होती है। प्रत्येक देश के शासनाध्यक्ष भारत को बधाई संदेश भेजते हैं।
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निष्कर्ष
हमारा यह राष्ट्रीय पर्व धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रीय भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह राज्य के सभी धर्मों, जातियों, संप्रदायों और क्षेत्रों के लोगों द्वारा बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। हमारी कामना है कि हम इस पावन पर्व को युगों-युगों तक मनाते रहें। देश की रक्षा के लिए सभी देशवासियों को निहित स्वार्थों का त्याग कर सदैव प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
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FAQs. on Independence Day in Hindi
स्वतंत्रता दिवस का क्या महत्व है?
उत्तर – स्वतंत्रता दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण है यह हमे स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता, त्याग और भावना को याद करता है जिन्होंने आजादी के लिए ब्रिटिश शासन से देश की लड़ाई लड़ी थी। स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय गौरव और सम्मान के रूप में जाना जाता है, इस दिन प्रधान मंत्री हर साल लाल किले से झंडा फहराते हैं और देश को शुभकामनाये देते हैं।
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है?
उत्तर – हमारे पहले प्रधान मंत्री रह चुके, जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की और पहले भारतीय प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लिया। 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स ने भारतीय स्वतंत्रता विधेयक पारित किया।
अंग्रेजों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया?
उत्तर – भारत को गुलामी की जंजीरो ने जकड़ा हुआ था। यहाँ पर अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया। हमे 1947 में इनसे छुटकारा मिला।
स्वतंत्रता दिवस से हम क्या सीख सकते हैं?
उत्तर – भारत के सभी नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता और एकता दिखाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने की जरूरत है। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारे सम्मान को भी प्रदर्शित करेगा जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने की आहुति दे दिया। यह पर्व सभी युवा पीढ़ी को देश सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।