निबंध

Essay On Indian Culture In Hindi | भारतीय संस्कृति पर निबंध | 500 Words

Essay On Indian Culture In Hindi

Essay On Indian Culture In Hindi (भारतीय संस्कृति पर निबंध) – भारतीय संस्कृति पुरे विश्व में एक अलग महत्व रखती है, जो हमारे पूर्वजो के द्वारा हमे विरासत में मिला है। आज के समय में भारतीय संस्कृति में मिला-जुला अनुभव प्राप्त होता है जो विदेशो के माधयम से हम तक पहुंची है, पर हमे अपने संस्कृति को आगे बढ़ाना होगा और युवाओ को अग्रसर होना पड़ेगा, क्यूँकि भारतीय संस्कृति ही हमारी पहचान है और भारतीय संस्कृति से हमें पुरे विश्व के पहचाना जाता है। इस निबंध के माधयम से हम भारतीय संस्कृति का उल्लेख करेंगे।

भारतीय संस्कृति पर निबंध (Essay On Indian Culture In Hindi)

प्रस्तावना

भारत विश्व की सबसे समृद्ध संस्कृति है, जहां विभिन्न धर्मो का अनुसरण करने वाले और भाषाएँ बोलने वाले लोग एक साथ रहते हैं। भारत एक विशाल देश होने के बावजूद, अपनी विविध रीती-रिवाजो और मान्यताओं के साथ एक विशाल सांस्कृतिक संगम स्थल है। आज के समय में भले ही  हम आधुनिक होते जा रहे हैं, फिर भी हम अपने नैतिक सिद्धांतों को बनाए रखना और पारंपरिक अवकाश समारोह मनाना जारी रखते हैं। हम भारतीय संस्कृति का बहुत आदर और सम्मान करते हैं। इसीलिए महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य ग्रंथ आज भी जीवित हैं।

भारतीय संस्कृति की प्रमुख विशेषताएँ

धार्मिक विश्वास

भारत, जहाँ विभिन्न धर्मो के लोग एक साथ निवास करते है और सभी अपने-अपने धर्मों के प्रति गहरी आस्था रखते हैं। जिसके परिणामस्वरूप  भारतीय संस्कृति, समाज, साहित्य, राजनीति, अर्थव्यवस्था, और कला के साथ गहरे संबंध स्थापित करते हैं।

यह व्यापक रूप से देखा गया है कि धर्म भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है, और भारत की भाषा, कला, साहित्य, नृत्य, संगीत, और मूर्तिकला सभी किसी न किसी रूप में, धर्म से प्रभावित हैं। किसी देश के कानून के विकास से लेकर व्यक्तिगत निर्माण तक, जातीय समूहों की पारंपरिक प्रथाओं और आदतों तक, हर चीज में धार्मिक प्रभाव को स्वीकार किया गया है। वास्तव में, यदि धर्म का अस्तित्व नहीं होता तो भारतीय संस्कृति भी नहीं होती।

खान-पान, वेशभूषा और त्यौहार

भारत एक विशाल देश होने के बावजूद, यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग अपनी भिन्न -भिन्न संस्कृति से जुड़े हैं। यह एक ऐसा देश है जहां समाज के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं। आमतौर लोग रीति-रिवाजों, पहनावे, सामाजिक मान्यताओं, और खान-पान में भिन्न-भिन्न हैं। देश के विभिन्न धर्म हिंदू, मुस्लिम,ईसा, सिख, जैन और यहूदी हैं।  हम विभिन्न धार्मिक त्योहारो के साथ-साथ कुछ राष्ट्रीय त्यौहार भी मनाते हैं जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती आदि।

उदारवाद और सहिष्णुता

भारत संस्कृति में सभी जातियां, धर्म, और समुदायो के लिए सहिष्णुता और उदारता पाई जाती है, जो भारतीय संस्कृति के मूलभूत पहलू हैं। भारत ने कई सांस्कृत्यो को अपने यहां फलने-फूलने दिया। यहां कई धर्म शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में हैं, और सभी धर्मों को समान सम्मान दिया जाता है। यहाँ की संस्कृति वास्तविकता की जटिलता का सम्मान करती है, जिसमे व्यवहार, विविध दृष्टिकोण, अनुष्ठान और संस्थाएँ शामिल हैं।

विविधता

भारतीय सांस्कृतिक का सबसे महत्वपूर्ण पहलु विविधता है। ये विविधता जिनमे, उर्दू संस्कृति, इस्लामी संस्कृति, फ़ारसी संस्कृति, अंग्रेजी संस्कृति शामिल है। इस विविधता के कई कारण हैं, जैसे कुछ संस्कृति विदेशो से मिली जबकि कुछ संस्कृति का उदय भारत में ही हुआ था। यह भारतीय संस्कृति की विविधता ही है जो इसकी प्राचीन चमक और महिमा को प्रदर्शित करती है, जो इसे पुरे विश्व में अद्वितीय बनाती है।

निष्कर्ष:

भारत विविध देशों में से एक है। जहां विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, धर्मों, जनजातियों से संबंधित विभिन्न समुदाय रहते हैं और प्रत्येक समुदाय अलग-अलग मान्यताओं, और परंपराओं का पालन करते हैं। इतनी विभिन्न विविधता के बावजूद भी लोगो में ‘अनेकता में एकता’ और ‘हम’ की भावना है। भारतीय संस्कृति को मान्यताओं, कलाओं, और संस्थाओं सहित जीवन के सभी तरीकों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी एक-दुसरो को हस्तांतरित होते हैं। किसी भी संस्कृति को “संपूर्ण समाज के लिए बेहतर जीवन जीने का तरीका” कहा गया है। जैसे, इसमें भाषा, शिष्टाचार, अनुष्ठान, पोशाक, धर्म, और कला शामिल हैं।

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