निबंध

कंप्यूटर पर निबंध | Essay on Computer in Hindi 1000 Words

Essay on Computer in Hindi

Essay on Computer in Hindi (कंप्यूटर पर निबंध) कंप्यूटर एक ऐसा मशीन है जो कि आज कि दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका इस्तेमाल करना आज के समय में सभी के लिए बहुत ही जरुरी है। क्यूंकि आज सभी काम कंप्यूटर के माध्यम से आसान हो गया है आइये जानते है कि यह क्या और कैसे इस्तेमाल होता है तथा यह किस तरह से चलता है और इसके क्या – क्या अंग है।

कंप्यूटर क्या है ?

कंप्यूटर वह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो यूज़र दवारा निर्देश प्राप्त करता है और तय कार्यक्रम के उपयोग से संख्यात्मक आंकड़े या अन्य प्रकार की जानकारी यूज़र को देता है।

यह संचित प्रोग्राम अवधारणा पर अर्थार्त दिए गए अनुदेशों पर कार्य करता है।

कंप्यूटर का इतिहास क्या है ?

कंप्यूटर के विकास की दिशा में प्रथम प्रयास 19 वी शताब्दी में चार्ल्स बैबेज के द्वारा किया गया था। इसलिए उन्हें कंप्यूटर का पितामह (फादर ऑफ़ कंप्यूटर ) कहा जाता है।  विश्व का प्रथम कंप्यूटर मार्क का विकास वर्ष 1944 में हॉवर्ड विश्वविधालय में किया गया था। भारत में निर्मित प्रथम कंप्यूटर सिद्धार्थ है।

वर्ष 1945 में डॉ वॉन न्यूमैन ने कंप्यूटर क्रांति को सही दिशा दी, उन्हेने कंप्यूटर के कार्य के लिए बाइनरी सिस्टम का उपयोग किया। न्यूमैन द्वारा बनाया गया की-बोर्ड, सेंट्रल प्रोसेसर यूनिट पर आधारित था। इसमें इनपुट, आउटपुट, मैमोरी, अर्थमेटिक एंड लॉजिक यूनिट, और कण्ट्रोल यूनिट थ।

वर्ष 1946 में विश्व का पहली पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर ENIAC (लेक्ट्रॉनिक नूमेरिकल इंटीग्रेटर एन्ड कैलकुलेटर बना।

पहली पीढ़ी का ये कंप्यूटर वेक्यूम ट्यूब टेक्नोलॉजी पर आधारित था, लेकिन वर्तमान में कंप्यूटर द्विधारी पद्धति (बाइनरी सिस्टम) पर आधारित होते है।

कंप्यूटर के कार्य क्या है ?

कंप्यूटर के बहुत से कार्य होते है पर मुख्य रूप से कंप्यूटर के चार प्रकार के कार्य करने में महारत हासिल है।

  1. (Collection and Input) डाटा का संकलन तथा निवेशन
  2. (Storage) डाटा का संचयन
  3. (Processing) डाटा संशाधन
  4. डाटा/इनफार्मेशन (Information) का निर्गम या पुनर्निर्गम(Retrieval)

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कंप्यूटर के अंग क्या है ?

इनपुट युक्ति

इस युक्ति का उपयोग आंकड़े, तथ्यों व् निर्देशन को कंप्यूटर के अंदर सम्प्रेषित करने के लिए किया जाता है, जो की कई माध्यम से किया जाता है। जैसे – की बोर्ड, ऑप्टिकल करेक्टर रीडर, लाइट पैन, स्कैनर, मार्क रीडर मेगनेटिक इंक करेक्टर रीडर आदि।

ऑउटपुर युक्ति

कंप्यूटर द्वारा संशाधित परिणामो को इन युक्ति के जरिये प्रदर्शित या प्राफ्त किया जाता है, जैसे – विडिओ डिस्प्ले यूनिट, प्रिंटर आदि।

सीपीयू

यह कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू ), जो की निर्देशों का प्रयोग कर के सम्पूर्ण कंप्यूटर प्रणाली को संचालित करता है।  यह कंप्यूटर का ह्रदय या मस्तिष्क कहलाता है और सीपीयू मुखता तीन भागो में विभक्त होता है।

एएलयू

अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट यह कंप्यूटर के अंकगणितीय व् तार्किक कार्यो को करने के लिए उतरदाई है। अंकगणितीय कार्य संख्याओं की तुलना करने तथा “कम ” एवं “बराबर “, ” अधिक ” को शामिल करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

कण्ट्रोल यूनिट

यह निर्देशों को सही उपयोग तथा उनको कण्ट्रोल करने का कार्य करता है।

मैमोरी

यह सामग्री (आंकड़े) तथा कार्यक्रम को संचालित करने के लिए प्रयुक्त की जाती है। सम्पूर्ण स्मृति संग्रह को दो भागो में विभाजित किया जाता है।

प्राइमरी यूनिट – यह कंप्यूटर का स्मृति संग्रह है जहा जानकारी को संचित किया जाता है। इस स्मृति के दो स्पष्ट रूप है।

रोम – यह एक स्थायी स्मृति है, जो कंप्यूटर के निर्माण में समय की स्थापित कर दी जाती है। इसमें मौजूद डाटा को केवल पढ़ा जा सकता है, इसलिए से रीड ओनली मैमोरी कहते है।

रेम – यह एक परिवर्तनशील स्मृति संग्रह है। यह कंप्यूटर की मेन मैमोरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। कंप्यूटर में सम्प्रेषित सभी डाटा सीधे रेम में ही जमा होता है।

सेकंडरी मैमोरी – यह सुचना को स्थायी रूप से संग्रह करने के काम आती है।  विभिन प्रकार की संग्रह पद्धतियों  पर आधारित ये  मुख्य रूप से निम्नलिखित है | हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, सीडी, डीवीडी आदि।

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नेटवर्किंग

इसका तात्पर्य विभिन्न कंप्यूटर को परस्पर जोड़ना है| जिसमे ये सर्वर से जुड़े होते है तथा प्रत्येक कंप्यूटर का अपना प्रोसेसर होता है।

नेटवर्किंग के फायदे की बात करे तो इसे कई फायदे है | जैसे – डाटा का आदान प्रदान, फाइलों का स्थानांतरण फ्लोपीज़ के बिना संभव होना, चिकित्सा, डाटा सुरक्षा, कम मैमोरी का उपयोग, सामान्य हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर संसाधन।

नेवटर्किंग में मुख्यता तीन प्रकार के नेटवर्क होते है।

LAN- स्थानीय क्षेत्र (लोकल एरिया नेटवर्क)

MAN- महानगर क्षेत्र (मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क)

WAN- व्यापक क्षेत्र (वाइड एरिया नेटवर्क)

इंटरनेट

सुचना प्रोधोगिकी की जीवन रेखा “इंटरनेट” विश्व के विभिन्न स्थानों पर स्थापित टेलीफोन लाइन के सहयोग से एक-दुसरो के साथ जुड़े कंप्यूटर का ऐसा नेटवर्क है| जो सुचना लेने एव उसके अदन प्रदान के लिए विश्वस्तरीय आंकड़ा- सुचना सेवा उपलब्ध करता है।

इंटरनेट के माध्यम से सूचनाओं के आदान- प्रदान के लिए कुछ स्थापित नियमो के समूह होते है| जिन्हे इंटरनेट प्रोटोकॉल कहा जाता है।

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जैविक कंप्यूटर

इसराइल स्थित वेजमान इंस्टिट्यूट और साइंस के वैज्ञानिक एहुद शॉप्रियो के नितृत्व में पहला जैविक कंप्यूटर तैयार किया गया। जिसमे इनपुट एंड ऑउटपुर दोनों जिवंत है। डीएनए प्रयुक्त ये नैनो कंप्यूटर जीवित प्रणाली से संचालित है। 

इसमें डीएनए चिप का प्रयोक होता है। और ये जैविक अणु द्वारा ऊर्जा प्राप्त करता है। यह कंप्यूटर केवल कोशिकाद्रव्य की मदद से शरीर के पनपते रोगो की सुचना देने में सक्षम है।

निष्कर्ष:-

आज के युग में कंप्यूटर तकनीक पर निर्भरता लोगो कि काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। कोई भी व्यक्ति आज के समय में अपने जीवन की कल्पना बिना कंप्यूटर के नहीं कर सकता,

कंप्यूटर ने हर जगह अपने पैर फैला लिये है और हम सभी इसके आदि बन चुके है। यह हर विद्यार्थी का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। वो इसका इस्तेमाल कहाँनियों के लिये, परीक्षा संबंधी त्यारी, आदि जैसे कार्यों के लिये बेहद कम समय में कर सकता है।

आशा करते है यह Essay on computer in Hindi जानकारी आप को पसंद आई होगी | हमारी वेबसाइट पर आने के लिए धन्यवाद !

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