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Verb In Hindi, Meaning, Definition, Examples, Types | PDF

Verb In Hindi, Meaning, Definition, Examples, Types

Verb In Hindi, Meaning, Definition, Examples, Types (Download PDF) – पार्ट्स ऑफ़ स्पीच में क्रिया एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसको समझना बहुत मुश्किल नहीं है। हमने इसे सरल शब्दों में उदाहरण के साथ बताया है। जिसको पढ़कर आप अच्छे प्रकार से समझ सकते है की क्रिया का वाक्य में क्या योगदान होता है।

क्रिया के दो रूप है

(A) मुख्य क्रिया, (B) सहायक क्रिया। 

आज हम परिभाषा और उदाहरण के साथ समझेंगे की इन दोनों क्रियाओ को किस प्रकार वाक्यों में उपयोग करते है।

क्रिया की परिभाषा – Definition of verb in Hindi

कर्त्ता द्वारा किसी कार्य के करने या होने का बोध कराने वाले शब्दों को क्रिया कहते हैं। जैसे – हंसना, बोलना, खेलना, चलना, पढ़ना, लिखना, जाना, खाना, पीना,

उदारहरण के द्वारा समझते है –

  • रमेश पढ़ता है।
  • सुरेश लिखता है।
  • कमलेश जाता है।
  • रमेश खाता है।

इन वाक्यों में रमेश, सुरेश, कमलेश कर्त्ता है और चारों वाक्यों में रेखांकित शब्द कर्त्ता द्वारा किए जाने वाले कार्य हैं। इनका कार्य पढ़ना है, लिखना है, जाना है, और खाना है, कार्य का बोध कराने वाले शब्द क्रिया कहलाते हैं।

अतः कर्त्ता द्वारा किसी कार्य के करने या होने का बोध कराने वाले शब्दों को क्रिया कहते हैं। जैसे – बोलना, खेलना, चलना, गाना, लाना, पढ़ना, लिखना, जाना, खाना, पीना, हंसना, ले जाना, रहना, आदि क्रिया है।

ये सभी शब्द क्रिया के सामान्य रूप कहलाते हैं, क्रिया को सामान्य रूप देने के लिए ‘ना’ का प्रत्यय लगता है।

ये भी देखें – Adjective in Hindi with examples

सहायक क्रिया की परिभाषा –   Definition of helping verb in Hindi

क्रिया जिस शब्द की सहायता लेता है उसको सहायक क्रिया कहते हैं। सरल शब्दों में (वाक्य में क्रिया को अपने पूर्णता के लिए दूसरे शब्द की सहायता लेना पड़ता है)

हम जान गए हैं कि क्रिया वाक्य का महत्वपूर्ण अंग है। क्रिया के बिना कर्ता का कोई उपयोग नहीं हैं। कोई भी वाक्य क्रिया द्वारा ही पूर्ण होता है। इसलिए वाक्य में क्रिया को अपने पूर्णता के लिए दूसरे शब्द की सहायता लेना पड़ता है। क्रिया जिस शब्द की सहायता लेता है उसको सहायक क्रिया कहते हैं।

उदाहरण के लिए –

  • महेश ने पत्र लिखा है।
  • संतोष पुस्तक पढ़ता है।
  • राम बाहर गया है।
  • उसने फूल तोड़े थे।

इन सभी वाक्यों में प्रत्येक क्रिया के साथ सहायक क्रिया है। ‘लिखा है’ मैं ‘लिखा’ मुख्य क्रिया ‘है’ क्रिया है। इसी तरह – है, हैं, हूँ, हो, थे, था, गा, गी, गे, आदि सहायक क्रिया कहलाती है।

ये भी देखें – Noun in Hindi with examples

क्रिया के प्रकार – Types of verb in Hindi

क्रिया संचालन तथा उसे प्राप्त परिणाम के आधार पर किया के दो भेद होते हैं।

(A) अकर्मक क्रिया, (B) सकर्मक क्रिया।

(A) अकर्मक क्रिया – हमने कारक प्रक्रिया में कर्म का अध्ययन किया। क्रिया का परिणाम जिस पर पड़ता है वह ‘कर्म’ है। लेकिन कई क्रिया ऐसी होती हैं जिनका ‘कर्म’ नहीं होता है। ‘कर्म’ रहित क्रिया अकर्मक है।

अतः वे कर्म विहीन क्रियाएं जिनके संचालन का फल या परिणाम कर्त्ता पर पड़ता है उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे – रमेश हंसता है। इस वाक्य में ‘हंसता’ क्रिया है। क्या हंसता है? इसका कोई उत्तर नहीं। कौन हंसता है? इसका उत्तर है – रमेश। इस वाक्य में रमेश कर्त्ता है।

इसलिए ‘हंसता है’ का प्रत्यक्ष परिणाम रमेश (कर्त्ता) पर पड़ता है। इस प्रकार – मरना, बोलना, हंसना, रोना, जीना, बैठना, शर्माना, सोना, आदि अकर्मक क्रियाएँ हैं।

(B) सकर्मक क्रिया – सकर्मक का अर्थ है – कर्म सहित या कर्म युक्त। कुछ क्रियाएं ऐसी होती हैं जिनका प्रत्यक्ष प्रभाव कर्म पर पड़ता है। अतः जिन क्रियाओं के संचालन का फल कर्ता को छोड़कर कर कर्म पर पड़ता है उन्हें सकर्मक क्रिया कहते हैं।

सकर्मक क्रिया वाले वाक्य में कर्ता भी होता है और कर्म भी होता है। जैसे – छात्र निबंध लिखते हैं। इस वाक्य में ‘लिखते हैं’ क्रिया है, ‘छात्र’ कर्ता है। छात्र क्या लिखते हैं? उत्तर है – निबंध। इसलिए ‘लिखते हैं’ क्रिया का परिणाम है ‘निबंध’। ‘निबंध’ कर्म है।

उदाहरण के लिए –

  • पुलिस चोर को पीटती है।
  • राम पुस्तक पढ़ता है।
  • बालक दूध पीता है।
  • गीता खाना पकाती है।

इन सभी वाक्य में पीटना, पढ़ना, पीना, पकाना, क्रियाओं का परिणाम क्रमशः चोर, पुस्तक, दूध, खाना, पर पड़ता है। इनके अतिरिक्त लाना, मारना, हराना, ठोकना, निकालना, देखना, मांगना, तोड़ना, इतना, खोजना, उठाना, आदि सकर्मक क्रियाएँ हैं।

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